स्मरण शक्ति और दिमाग को तेज करने वाले योगासन Posted: 06 Feb 2016 12:39 PM PST
- दिनभर की थकान और तनाव के बाद कई बार हम छोटी छोटी चीजें भूल जाते हैं। लेकिन दिन में सिर्फ 10 मिनट योगा करने से इस परेशानी को भी दूर कर सकते हैं और अपनी याद्दाश्त मजबूत कर सकते हैं।
- भूजंगासन यानि पेट के बल सिधाई में लेट कर धीरे धीरे अपने हाथों के बल ऊपर को उठाना और सिर को उठाना जैसे कोबरा बैठा हो। यह मुद्रा न सिर्फ आपको आराम दिलाती है बल्कि दिमाग से जुड़ी नसों को भी संतुलित और प्रेरित करती है।
- हस्तपदोतासन। सीधे खड़े हो कर अपने शरीर को पैरों की तरफ झुकाने और हाथों से जमीन छूनें की यह मुद्रा स्मरण शक्ति और दिमाग की शक्ति बढ़ाती है। साथ ही ऐसा करने से चेहरे में खून का बहाव बढ़ता और आप जवां दिखते हैं।
- हलासन। जैसा कि इस तस्वीर में दिखाया है, उसी तरह यह योग करने से दिमाग तेज चलता है क्योंकि खून का बहाव बढ़ जाता है। इससे थायरॉएड और पैराथायरॉएड ग्लांड की मालिश भी हो जाती है और पूरा शरीर कसा और मजबूत बनता है।
- सुखासन - रीढ़ की हड्डी सीधी कर के पालथी मार के बैठना और ध्यान करना। यह योग सबसे आसान है लेकिन आपके शरीर और दिमाग में उर्जा भरने के लिए काफी है। यह आपकी एकाग्रशक्तिसु बढ़ाता है।
- पश्चिमोत्तासन। पैर और हाथ सीधे आगे की तरफ फैला कर खुद को सामने की ओर ऐसे झुकाएं कि माथा पैरों को छुए, जैसे कि तस्वीर में दिख रहा है। यह मुद्रा तनाव दूर करती है।
- सर्वांगसन। कंधों के बल अपने शरीर को ऊपर की तरफ उठाने की यह मुद्रा दिमाग तक खून के बहाव को बढ़ाती है। यह योग आपको भावात्मक रूप से भी मजबूत बनाता है।
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जामुन के फायदे Posted: 06 Feb 2016 08:12 AM PST जामुन बेहद लाभदायक फल है। यह स्वाद और सेहत से भी भरपूर होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। जामुन के सेवन से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।- 1.यह पाचन तंत्र के लिए भी लाभकारी है। विशेषकर डायबिटीज वाले लोग भी इसका सेवन कर सकते हैं। बस एक बात का ध्यान रखें कि कभी भी खाली पेट जामुन का सेवन न करें।
- कभी भी जामुन खाने के बाद दूध का सेवन करें। हाँ अधिक मात्रा में भी जामुन खाने से बचें।
- यदि आपको एसिडिटी की समस्या रहती है तो काले नमक में भुना जीरा मिलाकर पीस लें। फिर इसके साथ जामुन का सेवन करें। एसिडिटी की समस्या दूर हो जाएगी।
- जामुन का सिरका बनाकर बराबर मात्रा में पानी मिलाकर सेवन करने से यह न केवल भूख बढ़ाता है, बल्कि कब्ज की शिकायत को भी दूर करता है।
- अगर आपको कमजोरी महसूस होती है या आप एनीमिया से पीडित हैं तो जामुन का सेवन आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
- जामुन में फाइटोकेमिकल्स भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
- यदि आपका बच्चा बिस्तर गीला करता है तो जामुन के बीजों को पीसकर आधा-आधा चम्मच दिन में दो बार पानी के साथ पिलाएं।
- यदि आप अपने चेहरे पर रौनक लाना चाहती हैं तो जामुन के गूदे का पेस्ट बनाकर इसे गाय के दूध में मिलाकर लगाने से निखार आता है।
- जामुन शुगर पेशेंट के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमे कैरोटीन, आयरन, फोलिक एसिड, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और सोडियम भी पाया जाता है। इस वजह से यह शुगर का लेवल मेंटेन रखता है।साथ ही, डायबिटीज के मरीजों को बार-बार प्यास लगने वा अधिक बार पेशाब होने की समस्या में भी मददगार है।
- जामुन में फ्लेवोनॉइड्स, फेनॉल्स, प्रोटीन और कैल्शियम भी पाया जाता है, जो सेहत के लिए लाभकारी होता है।
- इस फल में विभिन्न प्रकार के मिनिरल जैसे कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम और विटामिन सी अच्छी मात्रा में है। इसकी वजह से यह हड्डियों के लिए फायदेमंद तो है ही, साथ ही शरीर की प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है।
- एनिमिक लोगों के लिए जामुन का सेवन संजीवनी बूटी की तरह ही है। अन्नामलाई विश्वविद्यालय के शोध की मानें तो इसके नियमित सेवन से रक्त में हिमोग्लोबिन का स्तर बढ़ जाता है।
- जामुन में पोटैशियम की मात्रा अधिक है। 100 ग्राम जामुन के सेवन से शरीर को 55 मिलीग्राम पोटैशियम मिलता है। इससे दिल का दौरा, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक आदि का रिस्क कम होता है।
- जामुन का फल ही नहीं बल्कि इसकी पत्तियों के भी काफी फायदे हैं। आयुर्वेद में इसकी पत्तियों का पाचन ठीक रखने और मुंह से जुड़ी समस्याओं में काफी इस्तेमाल किया जाता है।
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